Saturday, August 1, 2009

यह डिग्री भी ले लो ,यह नौकरी भी ले लो

यह डिग्री भी ले लो ,
यह नौकरी भी ले लो ,
भले मुझसे लेलो यह U.s का Visa,
मगर मुझको लौटा दो कॉलेज का वोह पल ,
वोह कंधे पे Drafter , वोह दोस्तों का किस्सा ,
वोह कंधे पे Drafter, वोह दोस्तों का किस्सा .


लाइब्रेरी की सबसे किताबें पुराणी ,
वोह Professor जिसे बच्चे कहते थे प्राणी ,
वोह प्राणी के Lectures में Mechanics का चेहरा ,
वोह हर एक Lecture में Assignments का पहरा ,
भुलाये नहीं भूल सकता है कोई ,
वोह छोटे से दिन और व्हो मोटी किताबें .

वोह कंधे पे Drafter, वोह दोस्तों का किस्सा ,

भरी धुप में अपने घर से निकलना ,
वोह Project, वोह Seminar, व्हो Practicals करना ,
वोह एक एक Marks के लिए लड़ना झगड़ना ,
वोह K.t लगना , फिर उन्हें Clear करना ,
वोह उधर की Cigarrete के उडाये हुए धुवें ,
व्हो हर एक Vivas की हसी भरी कहानी .

वोह कंधे पे Drafter, वोह दोस्तों का किस्सा …

कभी एक दूसरे के घरों पर जाना ,
वोह Assignments लिखना , पूरी Class को बाटना ,
वोह रात भर जग कर बनाई Sheet अपनी ,
वोह बुक्स और नोट्स की जागीर अपनी ,
न Deadlines का डर था न Targets के बंधन ,
बड़ी खूबसूरत थी वोह जिंदगानी .


यह डिग्री भी ले लो ,
यह नौकरी भी ले लो ,
भले मुझसे लेलो यह U.S का Visa,
मगर मुझको लौटा दो College का वोह पल ,
वोह कंधे पे Drafter, वोह दोस्तों का किस्सा ,
वोह कंधे पे Drafter, वोह दोस्तों का किस्सा .

12 comments:

सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी said...

अच्छा प्रयास। अल्हड़ मस्ती काबिले तारीफ़ है। बस तुकबन्दी को थोड़ा और माँजने की जरूरत है। अभ्यास करती रहें। भविष्य अच्छा दिख रहा है।

और हाँ, यदि फोटो आपकी है तो आप बहुत सुन्दर हो। इस गीत की तरह ही।

Sanjeet Tripathi said...

सही है, बढ़िया।

अपने परिचय में आपने अपने ऑर्कुट प्रोफाईल को पूरा कॉपी पेस्ट कर दिया लगता है। ;)

डा0 हेमंत कुमार ♠ Dr Hemant Kumar said...

Bahut achchha likha hai Sofiya...ummeed hai age bhee likhatee rahengee.meree shubhkamnayen.word varification hata den to comment dena asan rahega.
HemantKumar

श्यामल सुमन said...

College ke dino ko apne badi siddat se yad kiya hai. Likhane ki koshish karate rahen. Post me line par line chadha hua dikhai deta hai jisase padhane me dikkat hoti hai. Ise sudhar len.

Sadar
Shyamal Suman
09955373288
shyamalsuman@gmail.com
www.manoramsuman.blogspot.com

डॉ.भूपेन्द्र कुमार सिंह said...

बहुत सुंदर ,मनोरंजक ,लयबद्ध गीत की परोडी है ,मेरी शुभ कम्नाये.आप मे कविता कर पाने की क्षमता तो है ,उसे उपयोग मे लायें .
ऐसा प्रोफाइल क्यों ?क्या नितांत व्यक्तिगत नहीं होगया है ?
फिर भी आप में रूप और गुण दोनों का लावण्य जो कम ही होता है .
सादर,
डॉ. भूपेन्द्र

प्रकाश गोविंद said...

bahut achha laga

aapne gajab kee pairodi taiyaar ki hai.


aapko shubhkamnayen

Unknown said...

ek hi lafz

G A Z A B !
________________badhaai !

Dr. Ashok Kumar Mishra said...

बहुत अच्छा लिखा है आपने । भाव और विचारों की सुंदर प्रस्तुति है। सटीक शब्दों केचयन और विचारशीलता के समन्वय से लेखन प्रभावशाली हो गया है।
मैने अपने ब्लाग पर एक लेख लिखा है-इन देशभक्त महिलाओं केजज्बे को सलाम-समय हो तो पढें़ और कमेंट भी दें।

http://www.ashokvichar.blogspot.com

sofia said...

aap sabhi ka tareef ke liye bahut sukrira
mai pariyash karongi ki future maibhi aisa hi likhta raho

इस्लामिक वेबदुनिया said...

बहुत खूब

Abhi said...

Swagat hai Sofia Ji,
sach me college k din bahut yaad aate hai,
kabhi yahan bhi aayen
http://jabhi.blogspot.com

Amit K Sagar said...

beautiful in their own way.

keep it up.

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plese visit:
ultateer.blogspot.com
mauj-e-sagar.blogspot.com

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